By – धर्मेंद्र प्रताप
लहरपुर (सीतापुर)। भ्रष्टाचार और प्रशासनिक उत्पीड़न के खिलाफ लहरपुर तहसील परिसर में जारी अधिवक्ताओं का अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन गुरुवार को नए मोड़ पर पहुंचा, जब सीतापुर से कांग्रेस सांसद राकेश राठौर धरना स्थल पर पहुंचे। सांसद ने अधिवक्ताओं के आंदोलन को समर्थन देने के साथ ही उनके मुद्दों को जिलाधिकारी के समक्ष उठाने का आश्वासन दिया।
धरना स्थल पर पहुंचे सांसद राकेश राठौर का अधिवक्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। इस दौरान अधिवक्ता हॉल निर्माण का मुद्दा भी उठाया गया, जिस पर सांसद ने अपनी निधि से 20 लाख रुपये देने की घोषणा की। उनके इस आश्वासन से अधिवक्ताओं में उत्साह का माहौल देखने को मिला।
धरना-प्रदर्शन में मौजूद अधिवक्ताओं ने भ्रष्टाचार और अधिकारियों की कार्यशैली के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कमलेश वर्मा और महामंत्री कृपा शंकर पांडेय ने आंदोलन की अगुवाई करते हुए कहा कि जब तक तहसील में मौजूद एसडीएम और तहसीलदार का स्थानांतरण नहीं किया जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ यह लड़ाई लंबी चलने वाली है और अधिवक्ता मजबूती से डटे रहेंगे।
धरना-प्रदर्शन को लेकर बार एसोसिएशन पदाधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने अपर जिलाधिकारी से मुलाकात की। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने धरना और अधिवक्ताओं की मांगों की जानकारी दी। एडीएम के साथ वार्ता को सकारात्मक बताते हुए अध्यक्ष कमलेश वर्मा ने कहा कि प्रशासन ने उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया है। हालांकि अधिवक्ताओं का कहना है कि केवल आश्वासन से काम नहीं चलेगा और ठोस कार्रवाई के बाद ही आंदोलन समाप्त किया जाएगा।
धरना को समर्थन देने लखीमपुर बार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री अजय कुमार पांडे भी तहसील पहुंचे। उन्होंने कहा कि अधिवक्ताओं की यह लड़ाई पूरे प्रदेश के अधिवक्ताओं की आवाज है और भ्रष्टाचार उन्मूलन के लिए सबको मिलकर आवाज उठानी होगी।
धरना-प्रदर्शन की अध्यक्षता बूटा सिंह ने की। इस अवसर पर अधिवक्ता जगंहा-जगंहा से जुटे और भारी संख्या में उपस्थिति दर्ज कराई। प्रमुख रूप से मौजूद अधिवक्ताओं में जवाहरलाल मिश्रा, बालकृष्ण वर्मा, जितेंद्र सिंह, कन्हैया लाल तिवारी, लक्ष्मीनारायण वाजपेई, विनय कुमार दीक्षित, रामजीवन कश्यप, रविप्रकाश वर्मा, सरोज अवस्थी, शिवम सिंह राठौड़, शिवम अवस्थी, सुमन देवी, आशीष गौड़, अपूर्व त्रिवेदी, रोहित पांडे, हरिद्वार लाल जायसवाल, यूनुस खान, निर्मल विश्वकर्मा, श्रवण जायसवाल और राजेंद्र तिवारी समेत बड़ी संख्या में अधिवक्ता शामिल हुए।
धरना स्थल पर माहौल लगातार गरमाता जा रहा है और प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ अधिवक्ताओं की नाराजगी बढ़ती दिखाई दे रही है। अधिवक्ताओं का कहना है कि जब तक उनकी मुख्य मांग पूरी नहीं होती, वे पीछे हटने वाले नहीं हैं।