लखनऊ में 1,112 कनिष्ठ सहायक और 22 एक्स-रे टेक्नीशियन को नियुक्ति पत्र
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लोकभवन, लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) द्वारा नवचयनित 1,112 कनिष्ठ सहायकों और 22 एक्स-रे टेक्नीशियनों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि निष्पक्ष और पारदर्शी चयन प्रक्रिया ही ‘नए उत्तर प्रदेश’ की पहचान है।
पारदर्शी प्रक्रिया ही नई पहचान
सीएम योगी ने नियुक्ति पत्र देने के बाद कहा कि आज उत्तर प्रदेश में नौजवानों को निष्पक्ष प्रक्रिया से नौकरी की गारंटी मिली है। सरकार का प्रयास है कि हर योग्य व्यक्ति को बिना किसी पक्षपात और भ्रष्टाचार के अवसर मिले। उन्होंने सभी नवचयनित युवाओं को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
पुराने दौर पर निशाना
मुख्यमंत्री ने पूर्ववर्ती सरकारों की भर्तियों पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि 2016 समेत कई भर्तियों में धांधली उजागर हुई थी और हमें उन्हें सीबीआई को सौंपना पड़ा। उस समय एक परिवार पैसा लेकर भर्ती करता था, एक व्यक्ति आठ-आठ जगह नाम लिखाकर वसूली करता था। जांच आगे बढ़ेगी तो कई लोग जीवनभर जेल में रहेंगे।
युवाओं, व्यापारियों और बेटियों को गारंटी
सीएम योगी ने कहा कि 2017 से पहले नौजवानों को नौकरी नहीं, बेटियां असुरक्षित, व्यापारी असहाय और किसान आत्महत्या को मजबूर थे। त्योहार आते ही दंगे होते थे। लेकिन अब माहौल बदल चुका है। पिछले आठ सालों में सामाजिक सौहार्द बढ़ा है और हर वर्ग विकास की धारा में जुड़ रहा है।
आठ साल में 8.50 लाख युवाओं को नौकरी
मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार ने अब तक 8.50 लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी दी है। अकेले पुलिस विभाग में 2.19 लाख से अधिक भर्ती हुई हैं। हाल ही में 60,244 पुलिसकर्मियों को नियुक्ति दी गई और सभी को यूपी के अंदर ही प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में उपलब्धियां
योगी ने कहा कि अब “वन डिस्ट्रिक्ट–वन मेडिकल कॉलेज” योजना से प्रदेश की पहचान बन रही है। आयुष्मान भारत योजना के तहत अब तक 80 लाख से अधिक लोगों ने उपचार का लाभ लिया है। उन्होंने कहा कि पारदर्शी और समयबद्ध नियुक्ति प्रक्रिया के कारण यूपी तेजी से आगे बढ़ रहा है।
युवाओं की प्रतिक्रियाएँ
कार्यक्रम में नियुक्त हुए युवाओं ने अपनी खुशी साझा की।
पंखुड़ी गुप्ता (सीतापुर) ने कहा कि मेहनत और पारदर्शी चयन के दम पर उन्हें नौकरी मिली है।
वैभव मिश्रा (सीतापुर) ने कहा कि सरकार युवाओं को तेज रफ्तार से नियुक्ति दे रही है।
श्रद्धा शुक्ला ने कहा कि अब नौकरी के लिए सिफारिश या रिश्वत की जरूरत नहीं पड़ती।
आदित्य पाठक (अयोध्या) ने कहा कि योगी सरकार सुरक्षा से लेकर रोजगार तक संवेदनशील है और महिलाएं भी सुरक्षित महसूस कर रही हैं।
रिश्वत और सिफारिश से मुक्त नियुक्तियाँ
युवाओं ने एक स्वर में कहा कि सरकारी नौकरी अब सिर्फ काबिलियत के आधार पर मिल रही है। पहले रिश्वत और सिफारिश ही आधार होते थे, लेकिन अब पारदर्शी प्रक्रिया के जरिए बिना एक रुपये दिए नौकरी मिल रही है।
निष्कर्ष
कार्यक्रम ने यह स्पष्ट कर दिया कि योगी सरकार पारदर्शिता और समयबद्ध भर्ती प्रक्रिया पर जोर दे रही है।
एक परिवार पैसा लेकर करता था भर्तीः सीएम योगी ने 2016 समेत पहले की भर्ती प्रक्रियाओं पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हमें कई भर्तियों को सीबीआई को देना पड़ा था. एक व्यक्ति आठ-आठ जगह नाम लिखाकर पैसा लिए जा रहा था, जब जांच हुई तब पता चला. यह एक परिवार के वही लोग हैं, जो पैसा लेकर भर्ती करते थे और यूपी की जनता को लूटते थे. अभी भी जांच चल रही है. समय पर जांच हो जाएगी तो महाभारत के बहुत रिश्ते बाकी का जीवन जेल में बिताने को मजबूर होंगे. उनके कारनामे यूपी को विकास की बुलंदियों को छूने की बजाय गर्त की ओर धकेल रहे थे. इन लोगों ने यूपी को बीमारू बना दिया. इससे पहचान का संकट हो गया.